थोडे दूर थोडे पास: एक दिल को छू लेने वाली कहानी
क्या आपको याद है जब हम सब बिना मोबाइल फोन के रहते थे? परिवार के साथ बैठकर, बिना किसी डिजिटल उपकरण के, बस एक-दूसरे के साथ समय बिताते थे? "थोडे दूर थोडे पास" हमें उसी पुरानी यादों की ओर ले जाती है। यह एक ऐसी वेब सीरीज़ है जो हमें दिखाती है कि कैसे परिवार और व्यक्तिगत संबंधों की अहमियत आज के डिजिटल युग में भी बनी रह सकती है।
कहानी का सार
"थोडे दूर थोडे पास" में हम मिलते हैं मेहता परिवार से, जो तकनीक पर इतनी निर्भर हो गए हैं कि उनके बीच की भावनात्मक दूरी बढ़ गई है। परिवार के मुखिया, अश्विन मेहता (पंकज कपूर), एक साहसी चुनौती पेश करते हैं: पूरे परिवार को छह महीने के लिए डिजिटल डिटॉक्स करना होगा। इसके लिए प्रत्येक सदस्य को एक करोड़ रुपये का इनाम दिया जाएगा। इस अनूठे प्रयोग के दौरान, परिवार के सदस्य एक-दूसरे के साथ समय बिताते हैं, हंसी-मज़ाक करते हैं और अपने रिश्तों को फिर से सहेजते हैं।
अभिनय और निर्देशन
पंकज कपूर ने अपने किरदार को जीवंत कर दिया है, जहाँ वह एक सख्त लेकिन सॉफ्ट दिल वाले पिता की भूमिका निभाते हैं। उनके साथ मونا सिंह और कुणाल रॉय कपूर जैसे प्रतिभाशाली कलाकार हैं, जो अपने-अपने किरदारों में जान डाल देते हैं। यह सीरीज़ हमें दिखाती है कि कैसे एक साधारण चुनौती भी परिवार के रिश्तों को मजबूत बना सकती है।
सिनेमैटोग्राफी और संगीत
सीरीज़ की सिनेमैटोग्राफी सरल और आकर्षक है, जो हमें परिवार के रोज़मर्रा के जीवन में ले जाती है। संगीत भी सुखद है, जो भावनाओं को और ज्यादा गहराई प्रदान करता है।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
इस सीरीज़ ने दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बना ली है। परिवारिक संबंधों की इस कहानी ने न केवल हंसी-खुशी का माहौल बनाया है, बल्कि हमें यह भी याद दिलाया है कि परिवार सबसे महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष
"थोडे दूर थोडे पास" एक ऐसा अनुभव है जिसे आप आसानी से अपने परिवार के साथ बिता सकते हैं। यह सीरीज़ Netflix पर उपलब्ध है और इसे 5 में से 3 रेटिंग दी गई है।
क्या आप भी अपने परिवार के साथ कुछ समय बिताने के लिए तैयार हैं? क्या तकनीक ने हमारे रिश्तों को कमजोर कर दिया है? आइए, इस पर चर्चा करें!









