रणवीर सिंह ने माफी मांगी: ‘कांतारा’ के चौंडी देवी के अभिनय पर विवाद
किसी भी कलाकार का सफर हमेशा से ही उतार-चढ़ाव भरा रहा है। लेकिन जब बात हो रणवीर सिंह की, तो उनकी हर हरकत पर नजरें होती हैं। हाल ही में उनके एक वीडियो ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी, जिसमें उन्होंने ‘कांतारा’ के चौंडी देवी के किरदार की नकल की। यह वीडियो जैसे ही वायरल हुआ, विवादों का बाजार गर्म हो गया।
विवाद का आरंभ
इस नकल के बाद, कई लोगों ने इसे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाला करार दिया। कांतारा, जो कि भारतीय सिनेमा में एक अद्भुत फिल्म मानी जाती है, में चौंडी देवी का किरदार खास महत्व रखता है। इस किरदार की गहराई और शक्ति को समझना आवश्यक है, और रणवीर की नकल ने कई दर्शकों को आहत किया।
रणवीर की प्रतिक्रिया
रणवीर सिंह ने इस विवाद पर चुप्पी तोड़ी और अपने फैंस से माफी मांगी। उन्होंने कहा, "मैंने कभी भी किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाने की मंशा नहीं रखी थी। मेरा उद्देश्य केवल मनोरंजन करना था, लेकिन मुझे समझ में आया कि इस तरह की हरकतें कितनी संवेदनशील हो सकती हैं।" उनकी माफी ने उनके फैंस के दिलों में थोड़ी राहत तो दी, लेकिन यह सवाल भी उठाया कि क्या हमें कभी-कभी अपने काम में सीमाएं तय करनी चाहिए?
रचनात्मकता और संवेदनशीलता का संतुलन
कला की दुनिया में रचनात्मकता की कोई सीमा नहीं होती, लेकिन जब बात धार्मिक या सांस्कृतिक प्रतीकों की आती है, तो हमें संवेदनशीलता को भी ध्यान में रखना चाहिए। क्या रणवीर की माफी इस बात का संकेत है कि कलाकारों को अपने कार्यों के प्रति अधिक जिम्मेदार होना चाहिए?
अंत में
रणवीर सिंह का यह मामला हमें एक महत्वपूर्ण पाठ सिखाता है कि कला और संवेदनशीलता का संतुलन बनाना कितना आवश्यक है। अगर आप भी इस विषय पर विचार कर रहे हैं, तो अपनी राय साझा करें।
इस घटना पर ध्यान देते हुए, यह भी जान लें कि यह कहानी किस प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ हुई है, ताकि आप पूरी फिल्म का आनंद ले सकें। ‘कांतारा’ अब Amazon Prime Video पर उपलब्ध है।
क्या आपको लगता है कि कलाकारों को अपनी सीमाएं तय करनी चाहिए, या फिर उन्हें पूरी स्वतंत्रता होनी चाहिए? आपके विचार क्या हैं?









