ज्ञानवापी फाइल्स: एक दर्जी की हत्या की कहानी
कहानी उस दिन की है जब 28 जून, 2022 को राजस्थान का शांत शहर उदयपुर एक जघन्य हत्या से दहल उठा। एक सामान्य दर्जी, कन्हैया लाल, जिसकी जिंदगी में कोई खास घटनाएं नहीं थीं, उसकी हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस घटना ने न केवल एक इंसान की जिंदगी को छीन लिया, बल्कि एक गहरी कटुता और असहिष्णुता की परतों को भी उजागर किया।
फिल्म "ज्ञानवापी फाइल्स: एक दर्जी की हत्या की कहानी" हमें इस जघन्य अपराध की गहराई में ले जाती है। कहानी का मुख्य पात्र है राजनीश डुग्गल, जो एक इंटेलिजेंस ब्यूरो का अधिकारी है। वह समय के खिलाफ दौड़ता है ताकि वह इस हत्या के पीछे की सच्चाई को उजागर कर सके। जैसे-जैसे वह जांच करता है, उसे पता चलता है कि यह हत्या केवल एक व्यक्तिगत अपराध नहीं है, बल्कि इससे जुड़े हैं कई जटिल तत्व – सीमापार आतंकवाद, डिजिटल कट्टरपंथ और सोए हुए आतंकवादी।
राजनीश की पत्नी, जो एक पत्रकार हैं (उनका किरदार निभा रही हैं प्रीति झंगियानी), अपने पति की खोज में मदद करती हैं, लेकिन सच का पीछा करना उनके लिए खतरनाक साबित होता है। यह फिल्म हमें दिखाती है कि जब नफरत का एक अपराध शुरू होता है, तो यह राजनीति, खुफिया विफलताओं और साम्प्रदायिक तनाव के अंधेरे जाल में कैसे फंस जाता है।
फिल्म का हर दृश्य हमें सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हम अपने आसपास की सच्चाइयों को देख रहे हैं या फिर उन्हें अनदेखा कर रहे हैं। "ज्ञानवापी फाइल्स" केवल एक हत्या की कहानी नहीं है, बल्कि यह हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम ऐसे समय में जी रहे हैं, जब हमें अपनी जड़ों को समझने और सच्चाई का सामना करने की जरूरत है।
फिल्म "ज्ञानवापी फाइल्स: एक दर्जी की हत्या की कहानी" 1 अगस्त 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है।
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